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मेसोपोटामिया सभ्यता के आरंभिक नगरों का मानचित्र
मानचित्र:
Note : pdf file download करके फोटो print करवा सकते हैं ।
नगरों की सूची:
- उरुक (Uruk)
- उर (Ur)
- किश (Kish)
- लगश (Lagash)
- उमा (Umma)
- निप्पुर (Nippur)
- मारि (Mari)
- अश्शूर (Assur)
- नीनवे (Nineveh)
- बबुल (Babylon)
विकास:
मेसोपोटामिया सभ्यता, जिसे “क्रिसेंट फर्टाइल” (उपजाऊ अर्धचंद्र) के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन काल की सबसे महत्वपूर्ण सभ्यताओं में से एक थी। यह सभ्यता टिगरिस और यूफ्रेट्स नदियों के बीच विकसित हुई थी, जो आज के इराक में स्थित है।
मेसोपोटामिया सभ्यता के आरंभिक नगरों का विकास लगभग 4000 ईसा पूर्व में शुरू हुआ था। इन नगरों का विकास कृषि, व्यापार और तकनीकी प्रगति के कारण हुआ था।
कृषि:
मेसोपोटामिया की भूमि कृषि के लिए बहुत उपजाऊ थी। टिगरिस और यूफ्रेट्स नदियों से सिंचाई के कारण, किसान विभिन्न प्रकार की फसलें उगा सकते थे, जिनमें गेहूं, जौ, फल और सब्जियां शामिल थीं।
व्यापार:
मेसोपोटामिया के नगरों का व्यापार अन्य क्षेत्रों के साथ होता था। वे अपनी कृषि उत्पादों, धातुओं और मिट्टी के बर्तनों का व्यापार करते थे।
तकनीकी प्रगति:
मेसोपोटामिया के लोगों ने कई महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति की थी, जिनमें लेखन, पहिया, और मिट्टी के बर्तनों का निर्माण शामिल है।
सार:
मेसोपोटामिया सभ्यता के आरंभिक नगरों का विकास कृषि, व्यापार और तकनीकी प्रगति के कारण हुआ था। इन नगरों ने लेखन, पहिया, और मिट्टी के बर्तनों के निर्माण जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति की थी।
विश्लेषण:
मेसोपोटामिया सभ्यता के आरंभिक नगरों के विकास में कई कारकों का योगदान था। इनमें से कुछ कारक हैं:
- भौगोलिक स्थिति: मेसोपोटामिया टिगरिस और यूफ्रेट्स नदियों के बीच स्थित था, जो कृषि के लिए बहुत उपजाऊ भूमि थी।
- प्राकृतिक संसाधन: मेसोपोटामिया में धातुओं और मिट्टी जैसी प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता थी।
- तकनीकी प्रगति: मेसोपोटामिया के लोगों ने लेखन, पहिया, और मिट्टी के बर्तनों के निर्माण जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति की थी।
- सामाजिक संगठन: मेसोपोटामिया के नगरों में सामाजिक संगठन का एक उच्च स्तर था, जिसमें शासक, पुजारी, और किसान शामिल थे।